2821. *पूर्णिका*
2821. पूर्णिका
🌷 पास मेरे तुम आ जाते🌷
2122 22 22
पास मेरे तुम आ जाते ।
प्यास दिल की बुझा जाते।।
ना गिला ना शिकवा होते।
जान मसला सुलझा जाते ।।
बंदिशें तो राह बनाती ।
आज दुनिया उलझा जाते।।
नासमझ इतना कौन यहाँ ।
बात सुन कर कंझा जाते।।
प्यार बांटे खेदू हरदम।
सीख देकर समझा जाते।।
……✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
13-12-2023बुधवार