2781. *पूर्णिका*
2781. पूर्णिका
सोच अपनी बदल लीजिए
2122 212 12
सोच अपनी बदल लीजिए ।
ये जहाँ से निकल लीजिए ।।
हाथ आई चीज छूटे कभी।
बात को बस समझ लीजिए ।।
यूं मुठ्ठी में जिंदगी भी यहाँ ।
फिर मजा तुम खूब लीजिए ।।
महकते बनके चमन कहीं ।
ताज सुंदर पहन लीजिए ।।
सीखते खेदू नये नये ।
खूबसूरत आज लीजिए ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
02-12-2023शनिवार