Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2023 · 1 min read

2750. *पूर्णिका*

2750. पूर्णिका
मेरी दुनिया तेरी दुनिया
22 22 22 22
मेरी दुनिया तेरी दुनिया ।
लगती कितनी प्यारी दुनिया ।।
खुशियों की बस बरसात यहाँ ।
देखो सुंदर अपनी दुनिया।।
कोशिश नाकाम नहीं कोई ।
कहती रहती सारी दुनिया।।
साथ चले मिलके राहों पर ।
मंजिल मंजिल न्यारी दुनिया ।।
जीवन जीवन महके खेदू ।
धरती अंबर यारी दुनिया।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-11-2023मंगलवार

182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
हम कितने आँसू पीते हैं।
हम कितने आँसू पीते हैं।
Anil Mishra Prahari
कुछ बातें बस बाते होती है
कुछ बातें बस बाते होती है
पूर्वार्थ
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
singh kunwar sarvendra vikram
देखिए आप अपना भाईचारा कायम रखे
देखिए आप अपना भाईचारा कायम रखे
शेखर सिंह
Jul 18, 2024
Jul 18, 2024
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" आराधक "
DrLakshman Jha Parimal
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
Sonam Puneet Dubey
ऐ मेरी जिंदगी
ऐ मेरी जिंदगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रो
बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रो
Rj Anand Prajapati
" रतजगा "
Dr. Kishan tandon kranti
ये ज़िन्दगी है आपकी
ये ज़िन्दगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
घर के माँ को घर से भगाकर बेटा परिवार के साथ मातारानी का दर्श
घर के माँ को घर से भगाकर बेटा परिवार के साथ मातारानी का दर्श
Ranjeet kumar patre
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
VINOD CHAUHAN
*मोती (बाल कविता)*
*मोती (बाल कविता)*
Ravi Prakash
राम राम
राम राम
Sonit Parjapati
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
Dr. Man Mohan Krishna
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
माता - पिता राह में चलना सिखाते हैं
माता - पिता राह में चलना सिखाते हैं
Ajit Kumar "Karn"
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
Pramila sultan
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
Dhirendra Singh
विश्वास
विश्वास
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
संस्कृति संस्कार
संस्कृति संस्कार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🙅एक क़यास🙅
🙅एक क़यास🙅
*प्रणय*
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
3220.*पूर्णिका*
3220.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...