2746. *पूर्णिका*
2746. पूर्णिका
सोच बदल जाते हैं
22 22 22
सोच बदल जाते हैं ।
लोग बदल जाते हैं ।।
अजब जमाना देखो।
भोग बदल जाते हैं ।।
पांव जमीं पे रखते ।
जोग बदल जाते हैं ।।
आज हितअहित किसकी ।
मोच बदल जाते हैं ।।
दुनिया अपनी खेदू।
खोज बदल जाते हैं ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-11-2023मंगलवार