उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
तरुणाई इस देश की
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
तुमको खोया नहीं गया हमसे।
जीवनसाथी अच्छा होना चाहिए,
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
कलम के हम सिपाही हैं, कलम बिकने नहीं देंगे,
नही रहेगा मध्य में, दोनों के विश्वास
सीख (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल-
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀 *वार्णिक छंद।*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-176 के श्रेष्ठ दोहे पढ़िएगा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"with eyes filled with dreams"