"तुम्हारे शिकवों का अंत चाहता हूँ
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
ज़ख्म फूलों से खा के बैठे हैं..!
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
*शुभ विवाह की वर्षगॉंठ, बच्चों ने खूब मनाई (गीत)*
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
हिन्दी भारत का उजियारा है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
रोटियों से भी लड़ी गयी आज़ादी की जंग
"स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
रतन टाटा जी की बात थी खास