किससे यहाँ हम दिल यह लगाये
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
इतना आसां नहीं ख़ुदा होना..!
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
जग का हर प्राणी प्राणों से प्यारा है
तुम कहती हो की मुझसे बात नही करना।
जिन्दगी कभी नाराज होती है,