आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
पार्टी-साटी का यह युग है...
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
I love to vanish like that shooting star.
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
"सच और झूठ धुर विरोधी हो कर भी एक मामले में एक से हैं। दोनों
National Energy Conservation Day
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।