रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
किसी तरह मां ने उसको नज़र से बचा लिया।
ख़्वाब तेरे, तेरा ख़्याल लिए ।
*बहुत याद आएंगे श्री शौकत अली खाँ एडवोकेट*
किसी को घर, तो किसी को रंग महलों में बुलाती है,
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
हर एक शक्स कहाँ ये बात समझेगा..
चाय की चमक, मिठास से भरी,
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो