बहुत ज्यादा करीब आना भी एक परेशानी का सबब है।
रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है।
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
सपने देखने का हक हैं मुझे,
तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
*आया संवत विक्रमी,आया नूतन वर्ष (कुंडलिया)*
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ना ही लम्हात कई याद दिलाने के लिए।
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll