आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
कुछ फ़क़त आतिश-ए-रंज़िश में लगे रहते हैं
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
*इस वसंत में मौन तोड़कर, आओ मन से गीत लिखें (गीत)*
दुनिया का सबसे अमीर आदमी होना और दुनिया में अपने देश को सबसे
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
बहुत गहरी थी रात
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
गुस्सा क़ाबू जो कर नहीं पाये,
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता...
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं