ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
मसला ये नहीं कि लोग परवाह नहीं करते,
आँखों में ज़िंदगी है ज़िंदगी एक ख़्वाब है,
*बुढ़ापे का असर है यह, बिना जो बात अड़ते हो 【 हिंदी गजल/गीतिक
हार से भी जीत जाना सीख ले।
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
बे'वजह - इंतज़ार कर लेते।
खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो।
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
धन से जो सम्पन्न उन्हें ,
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बय
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है