तेरी सूरत में मोहब्बत की झलक है ऐसी ,
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
"करारी हार के शिकार लोग ही,
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी ।
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है ,
*आज छठी की छटा निराली (गीत)*