When you become conscious of the nature of God in you, your
आदमी क्यों खाने लगा हराम का
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
सत्य की खोज
Santosh Khanna (world record holder)
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
ना जमीं रखता हूॅ॑ ना आसमान रखता हूॅ॑
मौहब्बत जो चुपके से दिलों पर राज़ करती है ।
जो है दिल में वो बताया तो करो।
"दयानत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
रख हौसले बुलंद तेरी भी उड़ान होगी,
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ