2702.*पूर्णिका*
2702.*पूर्णिका*
गेंद तुम्हारें पाले
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गेंद तुम्हारें पाले।
दिल से हमने डाले ।।
प्यार हुआ है तुमसे।
दुनिया सब संभाले ।।
चाहत आज खुशी दे।
हर अंदाज निराले।।
उजले उजले जीवन ।
ना है मन के काले ।।
कर खूब यकीं खेदू ।
अपना रब रखवाले।।
……✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
09-11-23 गुरुवार