विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
विश्वपर्यावरण दिवस पर -दोहे
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।