तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
इश्क़ में किसी मेहबूब की बाहों का सहारा हो गया ।
One day you will realized that happiness was never about fin
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
डरना नही आगे बढ़ना_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
■ भाषा का रिश्ता दिल ही नहीं दिमाग़ के साथ भी होता है।