कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है।
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
24/246. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
उसकी खामोशियों का राज़ छुपाया मैंने।
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
प्रेम का कोई उद्देश्य नहीं प्रेम स्वयं एक उद्देश्य है।
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
हनुमान जन्म स्थली किष्किंधा
Festival Of Lights Goa Parra Village
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
यदि लोग आपको एक अच्छे इंसान के रूप में देखना चाहते हैं, तो व
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि