ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
वो नसीबों का सिकन्दर हो न हो ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
**प्याला जहर का हमें पीना नहीं**
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं कोशिशों पर बार -बार लिखता हूँ ! मैं दोस्तों पर ऐतबार लिखता हूँ !
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है