ऐसा कभी क्या किया है किसी ने
मुद्दतों से तेरी आदत नहीं रही मुझको
मुझ से दो दिन अलग रही है तू
दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में
#सत्यान्वेषण_समय_की_पुकार
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
*मैं वर्तमान की नारी हूं।*
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में
मेरे शब्दों में जो खुद को तलाश लेता है।
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - पूर्व आयुष निदेशक - दिल्ली