सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
हिंग्लिश में कविता (हिंदी)
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
दुख दें हमें उसूल जो, करें शीघ्र अवसान .
***क्या है उनकी मजबूरियाँ***
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'