2634.पूर्णिका
2634.पूर्णिका
🌷 जीतना चाहो तुम जीतोगे 🌷
212 22 22 22
जीतना चाहो तुम जीतोगे।
नेकिया कर लो तुम जीतोगे।।
दौर है देखो कैसी दुनिया।
सुधर जाओगे तुम जीतोगे।।
राह दूर तलक तक जाती है ।
बाजिया हारी तुम जीतोगे।।
देखने वाले देखे हरदम ।
बस बढ़ो आगे तुम जीतोगे ।।
मर गया रावण कब से खेदू ।
आज क्या करना तुम जीतोगे।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-10-2023मंगलवार