इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
बांग्लादेश में हिन्दुओ को निशाना बनाकर बलत्कृत, हत्या और चुन
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
विश्व शांति स्थापना में भारत की भूमिका
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
ज़ब्त को जितना आज़माया है
उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नफरती दानी / मुसाफिर बैठा
*हमेशा जिंदगी की एक, सी कब चाल होती है (हिंदी गजल)*
दिल ये पहले से सजा रक्खा है /
प्रिंट मीडिया का आभार
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी