खुदा भी बहुत चालबाजियाँ करता।
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
*मोबाइल इंसानी जीवन पर भारी*
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
सत्ता - सुख सबको अच्छा लगता है,
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
“A little more persistence a little more effort, and what se
If.. I Will Become Careless,
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
दो-दो कुल की मर्यादा हो...