बद्रीनाथ के पुजारी क्यों बनाते हैं स्त्री का वेश
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
बापक भाषा
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रमेशराज के कहमुकरी संरचना में चार मुक्तक
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्रों से मेरा संबंध*
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में होती है पर
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
आज शाम 5 बजे से लगातार सुनिए, सियासी ज्योतिषियों और दरबारियो
स्मरण और विस्मरण से परे शाश्वतता का संग हो
"मुश्किलों के प्रभाव में जी रहे हैं ll
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उपासक लक्ष्मी पंचमी के दिन माता का उपवास कर उनका प्रिय पुष्प