ख़ूबसूरती का असली सौंदर्य व्यक्ति की आत्मा के साथ होता है, न
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
कहां गयी वो हयादार लड़कियां
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
यूं तन्हाई में भी तन्हा रहना एक कला है,
कणों से बना हुआ समस्त ब्रह्मांड
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
हम सबके पास शाम को घर लौटने का ऑप्शन रहना ज़रूरी है...हम लाइ
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी