"Becoming a writer is a privilege, but being a reader is alw
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
हवा तो आज़ भी नहीं मिल रही है
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
There will be moments in your life when people will ask you,
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
मनमर्जियों से घर नहीं चलता साहब!!
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
मोहब्बत में कब तक रुलाते रहेंगे।