2616.पूर्णिका
2616.पूर्णिका
🌷 मौसम की तरह बदल जाते 🌷
22 22 22 22
मौसम की तरह बदल जाते ।
गिरगिट सा रंग बदल जाते ।।
अपना बेचे धरम इमां भी ।
जीवन के जंग बदल जाते ।।
अपना कौन पराया कहते।
सब नातेदार बदल जाते ।।
नीयत भी साफ नहीं रखते।
देखने की नजर बदल जाते ।।
साथ निभा ले खेदू हरदम।
यूं सारे लोग बदल जाते।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-10-2023सोमवार