*यदि हम खास होते तो तेरे पास होते*
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*बिना तुम्हारे घर के भीतर, अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
A Departed Soul Can Never Come Again
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
शब्द और अर्थ समझकर हम सभी कहते हैं
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
क्या यह कलयुग का आगाज है?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आशा ही निराशा की जननी है। - रविकेश झा
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत