2598.पूर्णिका
2598.पूर्णिका
🌷बात मेरी मान जाते 🌷
2122 2122
बात मेरी मान जाते ।
राज सारे जान जाते।।
भटकते ना राह चलते ।
साथ सीना तान जाते।।
वाहवाही लूटते बस ।
काम अपना ठान जाते ।।
नाम करते मेहनत से।
देख सब पहचान जाते।।
हाथ अपना थाम खेदू ।
रोज कर कुरबान जाते ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-10-2023बुधवार