देश हमारी आन बान हो, देश हमारी शान रहे।
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
परिस्थितियां बदलती हैं हमारे लिए निर्णयों से
जब तक इंसान धार्मिक और पुराने रीति रिवाजों को तर्क के नजरिए
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
जननी हो आप जननी बनके रहो न की दीन।
चलो प्रिये तुमको मैं संगीत के क्षण ले चलूं....!
singh kunwar sarvendra vikram
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
पहला प्यार नहीं बदला...!!
चलो बहें सनातनी सुपंथ के बयार में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अन्याय हो रहा यहाॅं, घोर अन्याय...