गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
भूल चूका हूँ सब कुछ बाबा- भजन -अरविंद भारद्वाज
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
अगर अपने ही लोग आपको पसंद नही करते है तो समझिए आपने उनसे बहु
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
"बदतर आग़ाज़" कभी भी एक "बेहतर अंजाम" की गारंटी कभी नहीं दे सक
सब लोग जिधर वो हैं उधर देख रहे हैं
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आजकल के लोगों के रिश्तों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करता है।
दरअसल Google शब्द का अवतरण आयुर्वेद के Guggulu शब्द से हुआ ह
*आजादी का मतलब सीखो, मतलब इसका जिम्मेदारी (राधेश्यामी छंद)*
सर्दी के हैं ये कुछ महीने