" हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
महकती नहीं आजकल गुलाबों की कालिया
कभी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर ,
तू नहीं चाहिए मतलब मुकम्मल नहीं चाहिए मुझे…!!
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
लोकतंत्र का मंदिर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
*फिर से बने विश्व गुरु भारत, ऐसा हिंदुस्तान हो (गीत)*
जो मन बुद्धि का सार्थक उपयोग करना जान लिया, असल मायने में वह