"बेज़ारे-तग़ाफ़ुल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
दीवाल पर लगी हुई घड़ी की टिकटिक की आवाज़ बनके तुम मेरी दिल क
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मोहब्बत ना सही तू नफ़रत ही जताया कर
बैठाया था जब अपने आंचल में उसने।
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
#धर्मराज 'युधिष्ठिर' का जीवन चरित्र