2568.पूर्णिका
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2568.पूर्णिका
🌷अपनी जुबां के पक्के हम 🌷
2212 2122
अपनी जुबां के पक्के हम।
सजते समां के पक्के हम ।।
वाह कर यूं लोग कहते ।
जलते शमां के पक्के हम ।।
बाजी यहाँ जीत जाते।
मोहक अदा के पक्के हम ।।
अपना नहीं ये जमाना ।
यूं इरादे के पक्के हम ।।
देख सपने आज खेदू।
नेक है दिल के पक्के हम ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
6-10-2123शुक्रवार