2563.पूर्णिका
2563.पूर्णिका
🌷समझ जाते बात क्या है 🌷
2122 2122
समझ जाते बात क्या है ।
दिन यहाँ ये रात क्या है ।।
बन मुसाफिर भटकते ना।
जिंदगी सौगात क्या है ।।
आज दुनिया भी सुहानी ।
जान ले हालात क्या है ।।
बस तमाशा लोग करते।
देख शान जज्बात क्या है ।।
रोज मीठी बोल खेदू।
घात क्या आघात क्या है ।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
5-10-2123गुरूवार