2529.पूर्णिका
2529.पूर्णिका
🌹पाना है तो कुछ खोना है 🌹
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पाना है तो कुछ खोना है ।
माटी भी चांदी सोना है ।।
जीवन महके सच खुशियों से।
हँसे तो हँसे रोना है ।।
दुनिया की सब रीत पुरानी।
प्यारा सा अपना कोना है ।।
मानवता की खुशबू बिखरे ।
सुंदर बीज यहाँ बोना है ।।
संजोग मिले जिनसे खेदू ।
होकर रहता जो होना है ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-9-2023शनिवार