पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
दोस्तो जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है, आप चाहे लाख
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
जिसने बंदूक बनाई / कमलजीत चौधरी
सतयुग, द्वापर, त्रेतायुग को-श्रेष्ठ हैं सब बतलाते
प्यासा के कुंडलियां (pyasa ke kundalian) pyasa
*अनुशासन के पर्याय अध्यापक श्री लाल सिंह जी : शत शत नमन*
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
World Temperance & National No sugar day 3 October