*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
बाण मां सू अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
भिंगती बरसात में युँ ही बेचारी रात
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
श्रद्धा और विश्वास: समझने के सरल तरीके। रविकेश झा।
ये कैसी मंजिल है इश्क की.....
कुछ रातों के घने अँधेरे, सुबह से कहाँ मिल पाते हैं।
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
ज्यादा अच्छा होना भी गुनाह है
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )