वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
*धरती के सागर चरण, गिरि हैं शीश समान (कुंडलिया)*
मुहब्बत से दामन , तेरा भर रही है ,
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
रंग उकेरे तूलिका,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
आदतों में तेरी ढलते-ढलते, बिछड़न शोहबत से खुद की हो गयी।
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
"सत्ता से संगठम में जाना"
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
राम - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Be happy with the little that you have, there are people wit
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं