2513.पूर्णिका
2513.पूर्णिका
🌷साथ रहता साथ चलता 🌷
2122 2122
साथ रहता साथ चलता।
रोज कहता मूँग दलता।।
देख लाते तोड़ तारे ।
बस यही अंदाज खलता ।।
बीत जाते यूं लम्हे भी ।
आदमी फितरत बदलता ।।
सफर के हम सब मुसाफिर ।
खूबसूरत मन मचलता ।।
ये जमाना फूल खेदू ।
भाग्य हरदम संभलता ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-9-2023शुक्रवार