Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2023 · 1 min read

2512.पूर्णिका

2512.पूर्णिका
🌷बेजुबां भी बोलने लगे🌷
2122 212 12
बेजुबां भी बोलने लगे।
राज सब यूं खोलने लगे।।
बदलती है जिंदगी यहाँ ।
जहर मीठे घोलने लगे।।
रोज जिनके साथ ही रहे।
नेक नीयत डोलने लगे।।
बंद रास्ते भी खुले नहीं ।
चीज अपनी तोलने लगे ।।
प्यार तो खेदू जहान है ।
मोल ताकत मोलने लगे।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-9-2023शुक्रवार

193 Views

You may also like these posts

ज़िंदगी का भी
ज़िंदगी का भी
Dr fauzia Naseem shad
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
bharat gehlot
" बेवफाई "
Dr. Kishan tandon kranti
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
Shashi kala vyas
.......रूठे अल्फाज...
.......रूठे अल्फाज...
Naushaba Suriya
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रे मन  अब तो मान जा ,
रे मन अब तो मान जा ,
sushil sarna
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
इसीलिए तो हम, यहाँ के आदिवासी हैं
इसीलिए तो हम, यहाँ के आदिवासी हैं
gurudeenverma198
धर्म कर्म
धर्म कर्म
Jaikrishan Uniyal
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
आर.एस. 'प्रीतम'
वाह चाय
वाह चाय
Chitra Bisht
*आज का संदेश*
*आज का संदेश*
*प्रणय*
मेरा नाम
मेरा नाम
Yash mehra
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
Neeraj Agarwal
घर की मृत्यु.
घर की मृत्यु.
Heera S
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
Ravi Prakash
शायरी
शायरी
Rambali Mishra
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
***
*** "आज नदी क्यों इतना उदास है .......? " ***
VEDANTA PATEL
आल्हा छंद
आल्हा छंद
Rajesh Kumar Kaurav
नूर ए मुजस्सम सा चेहरा है।
नूर ए मुजस्सम सा चेहरा है।
Taj Mohammad
अनौठो_संवाद (#नेपाली_लघु_कथा)
अनौठो_संवाद (#नेपाली_लघु_कथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#भूली बिसरी यादे
#भूली बिसरी यादे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मन ...
मन ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में,
शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में,
Ranjeet kumar patre
नारी शक्ति
नारी शक्ति
लक्ष्मी सिंह
Loading...