2481.पूर्णिका
2481.पूर्णिका
🌷पुजारी कोई प्रेम का 🌷
122 22 212
पुजारी कोई प्रेम का ।
भिखारी कोई प्रेम का ।।
हसरतें महके जिंदगी ।
हजारी कोई प्रेम का ।।
जहाँ हम करते हैं भला ।
दतारी कोई प्रेम का ।।
दया की दुनिया में रहे ।
करारी कोई प्रेम का ।।
कदम रख खेदू संभले।
फरारी कोई प्रेम का ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-9-2023सोमवार