2474.पूर्णिका
2474.पूर्णिका
🌹कोई अधूरा नहीं होता 🌹
2212 212 22
कोई अधूरा नहीं होता ।
क्यूं काम पूरा नहीं होता ।।
अरमान है जिंदगी की क्या ।
इंसान पूरा नहीं होता ।।
तकदीर भी बदलती रहती ।
संसार पूरा नहीं होता ।।
लेकर यहाँ से कहाँ जाना ।
दीदार पूरा नहीं होता ।।
बरसात है बरसते खेदू ।
नादान पूरा नहीं होता ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
13-9-2023बुधवार