247. “पहली पहली आहट”
हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 247.
शीर्षक: “पहली पहली आहट”
(सोमवार, 24 दिसम्बर 2007)
————————————
दस्तक दी है सर्दी की
पहली पहली आहट ने।
फैला दी है अपनी चादर
ठण्ड की कसावट ने।।
अंगडाई लेकर सुबह जगी
सूरज के सुहाने प्रकाश में।
चले सैर को पक्षी घनेरे
सिंदुरी आकाश में।।
अनोखा आकर्षण आने लगा
फूलों की खिलावट में।
दस्तक दी है सर्दी की
पहली- पहली आहट ने।।
धूप खिली धुंधला-सा मौसम
औंस से मानो धुल गया।
देख मनारम छटा सर्दी की
मतवाला मन मचल गया।।
कैसी- कैसी कही कहानी
कलम की पैनी लिखावट ने।
दस्तक दी है सर्दी की
पहली – पहली आहट ने।।
-सुनील सैनी “सीना”
राम नगर, रोहतक रोड़, जीन्द (हरियाणा)-126102.