2468.पूर्णिका
2468.पूर्णिका
🌹बात हमारी मानी नहीं🌹
22 22 2212
बात हमारी मानी नहीं ।
मेरे दिलवर जानी नहीं ।।
रोज नया है दुनिया कहे ।
खून यहाँ तो पानी नहीं ।।
खुशियाँ महके यूं प्यार की ।
अपनी आज कहानी नहीं ।।
कसमें वादे भूले जहाँ ।
कहते क्या नादानी नहीं ।।
चलते खेदू धीरज धरे ।
रूठे जोश जवानी नहीं ।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
9-9-2023शनिवार