2460.पूर्णिका
2460.पूर्णिका
🌷कुछ बातें अनूठी होती है🌷
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कुछ बातें अनूठी होती है ।
जब भी किस्मत रूठी होती है ।।
आकर बरसते बादल खुशियां ।
न यहाँ शान झूठी होती है ।।
प्यारी जिंदगी अहसासों से।
जैसे काव्य गोष्ठी होती है ।।
देखो रंगते रंग जहाँ में ।
बंधी सुंदर मुट्ठी होती है ।।
ज्यादा जान से दोस्ती खेदू
धक धक धड़कन उठी होती है ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
3-9-2023रविवार