पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
ईश्वर ने हमें सुख दिया है, दुःख हम स्वयं निर्माण कर रहे हैं।
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अब ज्यादा तंग मत कर ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जिंदगी को हमेशा एक फूल की तरह जीना चाहिए
मातु शारदे करो कल्याण....