चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
ग़ज़ल _ मुसाफ़िर ज़िंदगी उसकी , सफ़र में हर घड़ी होगी ,
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
यही है हमारी मनोकामना माँ
फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं,
बुंदेली दोहे- रमतूला
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
गांधी होने का क्या अर्थ है?
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धर्म पर हंसते ही हो या फिर धर्म का सार भी जानते हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )