क्या चरित्र क्या चेहरा देखें क्या बतलाएं चाल?
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
कोई भी मेरे दर्द का जायज़ा न ले सका ,
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी
एक उम्र बहानों में गुजरी,
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
जुदाई की घड़ी लंबी कटेंगे रात -दिन कैसे
उसने मुझे लौट कर आने को कहा था,
"तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया,