मौसम और कुदरत बर्फ के ढके पहाड़ हैं।
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
I met myself in a weed-flower field,
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित मुक्तक काव्य।
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
मुहब्बत तो दिल की सियासत पर होती है,
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
मुझे पता है तू जलता है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक