रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
हर घर में जब जले दियाली ।
यूँ तो बुलाया कई बार तूने।
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
अब ना होली रंगीन होती है...
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया।
हर मोड़ पर कोई न कोई मिलता रहा है मुझे,
भारत में बेरोजगारी और महंगाई की दर दिन ब दिन बढ़ती जा रही है
Tum toote ho itne aik rishte ke toot jaane par
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ